
Delhi Car Blast केस अब एक और खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। जांच में सामने आया है कि धमाके की पूरी साजिश फरीदाबाद स्थित Al Falah University की बिल्डिंग नंबर 17 के कमरा नंबर 13 में रची गई थी।
यही वो कमरा है, जिसने दिल्ली के लाल किला ब्लास्ट की कहानी को जन्म दिया — और अब NIA, ATS और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम उस कमरे की दीवारों तक की धूल छान रही है।
कमरे का रहस्य: “कमरा डॉ. मुज्जम्मिल के नाम, रहता था उमर”
जांच में सामने आया है कि बिल्डिंग नंबर 17 की तीसरी मंजिल पर डॉ. मुज्जम्मिल के नाम पर कमरा अलॉट हुआ था, लेकिन उमर नाम का छात्र उसी कमरे में रह रहा था, जबकि उसका खुद का कमरा पास में ही था।
अब यही सवाल हर जांच एजेंसी के दिमाग में घूम रहा है — “उमर अपने कमरे में क्यों नहीं रहता था? आखिर कमरे नंबर 13 में ऐसा क्या था?”
ATS-NIA की रेड: टूटा दरवाज़ा, मिले अहम सुराग
ATS हरियाणा और NIA की टीम ने तीसरी मंजिल पर डॉ. मुज्जम्मिल और उमर के कमरे का दरवाज़ा तोड़कर तलाशी ली। करीब दो घंटे से ज़्यादा तक चली इस तलाशी में कई अहम चीज़ें जब्त की गई हैं — लैपटॉप, पेन ड्राइव, नोटबुक्स, और कुछ तकनीकी उपकरण जिनकी जांच अब फॉरेंसिक टीम करेगी।
सूत्रों के मुताबिक,“कमरे में कुछ डिजिटल दस्तावेज़ मिले हैं जिनसे दिल्ली धमाके की साजिश के कनेक्शन की पुष्टि होती है।”
पूछताछ जारी: स्टाफ से लेकर छात्रों तक
जम्मू-कश्मीर पुलिस, हरियाणा पुलिस और NIA की संयुक्त टीम ने Al Falah University के स्टाफ और छात्रों से दोबारा पूछताछ की है।
कई छात्रों से यह भी पूछा गया कि क्या उमर और मुज्जम्मिल देर रात कमरे में किसी से मिलते थे या ऑनलाइन मीटिंग करते थे?

जांच एजेंसियों के अनुसार, “कमरा नंबर 13 सिर्फ़ एक स्टूडेंट रूम नहीं था, बल्कि एक मिनी ऑपरेशन हब बन चुका था।”
साजिश की जड़: कश्मीर से दिल्ली तक
इस केस की डोरें जम्मू-कश्मीर के नौगाम से जुड़ी बताई जा रही हैं, जहां से जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के पोस्टर और धमकी संदेश बरामद हुए थे। जांच में यह भी शक जताया जा रहा है कि Delhi Car Blast में इस्तेमाल विस्फोटक की तैयारी इन्हीं छात्रों के नेटवर्क से हुई थी।
सवाल अब भी बाकी
उमर और मुज्जम्मिल के बीच असली रिश्ता क्या है? क्या यूनिवर्सिटी के किसी स्टाफ को भनक थी? और आखिर, कमरे नंबर 13 में क्या ऐसी चीज़ छुपी थी, जिसे इतनी सावधानी से छुपाया गया?
“साजिश के धागे, अब खुल रहे हैं”
Delhi Car Blast की यह कहानी अब सिर्फ एक आतंकी घटना नहीं रही — यह एक शिक्षा संस्थान के भीतर छिपी साजिश की सच्चाई बन गई है। जांच एजेंसियां अब इस केस को देश के सबसे हाई-प्रोफाइल इंटर-स्टेट टेरर मॉड्यूल के रूप में देख रही हैं। और हर दिन, कमरे नंबर 13 से जुड़ा एक नया राज़ बाहर आ रहा है…
Islamabad Blast: अदालत की पार्किंग में जोरदार धमाका, राजधानी दहली
